सिर्फ 9 महीने में मोबाइल यूजर्स ने 5491.7 करोड़ जीबी डेटा का किया इस्तेमाल

नई दिल्ली: साल 2014 में कुल वायरलेस डेटा की मात्रा 82.8 करोड़ जीबी थी, जो कि साल 2018 में बढ़कर 4640.4 करोड़ जीबी हो गयी थी। इस प्रकार इसमें वृद्धि का सिलसिला यहीं नहीं रुका और इस साल 2019 के अंत तक यह 5491.7 करोड़ जीबी हो गया। ट्राई के अनुसार, साल 2014 के अंत की तुलना में सितंबर 2019 तक वायरलेस डेटा ग्राहकों की कुल संख्या 2815.8 करोड़ से बढ़कर 6648 करोड़ हो गई। साल 2017-18 में इसने इयर टू इयर 36.36 प्रतिशत ग्रोथ रेट दर्ज किया।

इसने कहा कि साल 2014 में कुल वायरलेस डेटा की मात्रा 82.8 करोड़ जीबी थी, जो साल 2018-19 में बढ़कर 4640.4 करोड़ हो गयी। साल 2019 में वायरलेस डेटा उपयोग सितंबर 2019 तक 5491.7 करोड़ जीबी तक रहा। उम्मीद के अनुसार, इस प्रकार से ये पिछले साल के उपयोग को एक महत्वपूर्ण अंतर से पार कर सकता है। विश्लेषक ने कहा कि साल 2018 में 4640.6 करोड़ जीबी डेटा इस्तेमाल हुआ था और साल 2017 में ये आंकड़ा 2009.2 करोड़ जीबी था। वहीं इससे पहले साल 2016 में ये सिर्फ 464.2 करोड़ जीबी था।

ट्राई ने कहा कि पिछले चार सालों में वायरलेस डेटा का इस्तेमाल कम्यूनिकेशन्स और एंटरटेनमेंट के लिए काफी हुआ है। यही वजह है डेटा में इतनी तेजी से ग्रोथ देखने को मिला है। नए टेलिकॉम ऑपरेटर की एंट्री और लॉन्ग टर्म इवॉलूशन 4G/LTE टेक्नॉलजी लाए जाने और दूसरी कंपनियों द्वारा भी इसे लागू किए जाने के बाद डेटा यूसेज में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। इतना ही नहीं, ट्राई का मानना है कि आने वाले सालों में इसमें और वृद्धि देखने को मिलेगी। बता दें कि देश के ज्यादातर हिस्सों में मोबाइल नेटवर्क्स के 2G से 4G पर अपग्रेड होने और सस्ते स्मार्टफोन्स की उपलब्धता की वजह से मोबाइल इंटरनेट सबस्क्रिपशन में तेजी आ रही है। टैरिफ हाइक से पहले की बात करें तो टेलिकॉम सर्विसेज के सस्ता होने से इन्हें यूज करने वाले लोगों की संख्या काफी बढ़त देखी गयी है। इसके साथ ही ऑनलाइन कॉन्टेंट भी डेटा यूसेज को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।



Source: Gadgets