Koo से बाहर निकली चीनी कंपनी, पूर्व क्रिकेटर जवागल श्रीनाथ सहित इन दिग्गजों ने खरीदी हिस्सेदारी

बेंगलुरु। ट्विटर के मुकाबले में उतरी भारतीय ऐप कू अब पूरी तरह से भारतीय हो गई है। भारत के माइक्रो ब्लॉगिंग मंच कू और ज्ञान आधारित ऐप वोकल की मूल कंपनी बॉम्बिनेट टेक्नोलॉजीज के मौजूदा निवेशकों और कुछ भारतीयों ने इस कंपनी में चीन स्थित शुनवेई कैपिटल की अल्पांश हिस्सेदारी को खरीद लिया है।

Video: स्वदेशी ऐप Koo को लेकर WhatsApp को सता रही ये चिंता

शुनवेई कैपिटल की हिस्सेदारी खरीदने वालों में पूर्व भारतीय क्रिकेटर जवागल श्रीनाथ, बुकमायशो के संस्थापक आशीष हेमराजानी, उड़ान के सह-संस्थापक सुजीत कुमार, फ्लिपकार्ट के सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति और जेरोधा के संस्थापक निखिल कामत शामिल हैं।

कंपनी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि शुनवेई कैपिटल के पास बॉम्बिनेट टेक्नोलॉजीज में नौ फीसदी से अधिक हिस्सेदारी थी।

koo_app.png

श्रीनाथ ने कहा, “बात यह है कि वे इंटरनेट पर भारतीय भाषा के यूजर्स की आवाज को लाने के लिए एक मंच बना रहे हैं, जो सराहनीय है और एक भारतीय के रूप में मैं उन्हें अपना समर्थन पूरे दिल से देता हूं।”

डेटा लीक और चीनी निवेश विवाद के बीच Google Play Store पर टॉप फ्री ऐप बना Koo, यहां जानिए डिटेल

कू के सीईओ और सह-संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्णन ने कहा कि सुविधाजनक ढंग से शुनवेई कैपिटल की विदाई के लिए बातचीत पहले से चल रही थी और अब वे मूल कंपनी बॉम्बिनेट टेक्नोलॉजीज से पूरी तरह बाहर निकल चुके हैं।

उल्लेखनीय है कि भारत सरकार और ट्विटर के बीच तनातनी के बाद कू को खासी चर्चा मिली है। इसके बाद पिछले महीने तक कू को अब तक तीस लाख बार से अधिक डाउनलोड किया जा चुका है तथा इसके 10 लाख से अधिक सक्रिय यूजर हो चुके हैं। कू के निवेशकों में एस्सेल पार्टनर्स, 3वन4 कैपिटल, ब्लूम वेंचर्स और कलारी कैपिटल्स शामिल हैं।



Source: Mobile Apps News