Month: September 2017

बेबस किशोर सागर तालाब का बड़प्पन… मैं सारे जीवों को क्षमा करता हूं…

(बकलम विजय चौधरी) अपने जल से, अपने तल से, अपनी लहरों से, अपनी हवाओं से और अपनी खूबसूरती से मैं तो शहर को सदैव खुशी, उत्साह और ऊर्जा देने की कोशिश करता हूं, फिर ये शहर इतना खफा क्यों हो गया, इतना नाराज क्यों हो गया कि मेरे अस्तित्व के विसर्जन की ही ठान ली। …