किसी मूर्ख व्यक्ति के लिए किताबें उतनी ही जरूरी है जितना की एक अंधे व्यक्ति के लिए आईना

किसी मूर्ख व्यक्ति के लिए किताबें उतनी ही जरूरी है जितना की एक अंधे व्यक्ति के लिए आईना 

Source: Suvichar