स्मार्टफोन के इस Feature को तुरंत करें बंद, यूज करने पर पड़ सकता है भारी!

नई दिल्ली।
Smartphone Dark Mode: स्मार्टफोन्स में कई ऐप होते हैं जिनमें Dark Mode का विकल्प होता है। व्हाट्सएप ( Whatsapp Dark Mode ), फेसबुक मैसेंजर और ट्विटर ( Twitter ) समेत कई ऐसे ऐप्स हैं, जिसमें डार्क मोड का ऑप्शन उपलब्ध है। इतना ही नहीं, Google ने एंड्रॉइड 10 में सिस्टम-वाइड डार्क मोड विकल्प भी पेश किया है। मोबाइल में डार्क मोड अच्छा लगता है, लेकिन डार्क मोड का विकल्प खुली आंखों के लिए बहुत खतरनाक ( Dark Mode Harmful for Eye ) हो सकता है।

भारत में PUBG Mobile बैन होने के बाद डेस्‍कटॉप और लैपटॉप पर खेल सकेंगे गेम

dark_mode_01.jpg

आंखों के लिए बेहद खतरनाक!
वर्तमान में डार्क मोड फीचर कई तरह के स्मार्टफोन ऐप के लिए ट्रेंड कर रहा है। जब डार्क मोड ऑन होता है, तो स्मार्टफोन का डिस्प्ले डार्क या ब्लैक हो जाता है। जिससे कि कम रोशनी आँखों में जाती है और हम बिना थके आँखों से मोबाइल का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन जहां डार्क मोड दिन के दौरान अच्छा लगता है, यह उतना ही हानिकारक है।

dark_mode_03.jpg

दृष्टि हानि की संभावना
अगर आप लंबे समय से अपने स्मार्टफोन में डार्क मोड का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपकी आंखों को इसकी आदत हो जाती है। इसके बाद जब नॉन डार्क मोड यूज करते हैं तो, तो यह हमारी आंखों और रोशनी को बुरी तरह प्रभावित करता है। डार्क मोड के अत्यधिक उपयोग से आंखों से जुड़ी समस्या होने लगती है। लाइट से अंधेरे में स्विच करने के बाद आपकी आंखें अचानक इस परिवर्तन को स्वीकार करने में सक्षम नहीं हो सकती हैं, और एक समान चमक आ सकती है।

भारत में PUBG Mobile बैन होने के बाद डेस्‍कटॉप और लैपटॉप पर खेल सकेंगे गेम

dark_mode_02.jpg

आंखों में हो सकता है एस्टिगमेटिज्म
अमेरिकन ऑप्टोमेट्रिक एसोसिएशन के अनुसार, एस्टिगमेटिज्म नामक एक बीमारी उन लोगों में पाई जाती है जो अंधेरे मोड का उपयोग करते हैं। जिसमें एक आंख या दोनों आंखों के कॉर्निया का आकार बदल जाता है और धुंधला हो जाता है। इससे वाइट बैकग्राउंड पर ब्लैक टेक्स्ट के मुकाबले ब्लैक बैकग्राउंड पर वाइट टेक्स्ट आसानी से नहीं पढ़ सकते। डिस्प्ले को ब्राइट करने से आइरिस छोटा हो जाता है, जो आंखों में जाने के लिए कम रोशनी का कारण बनता है। जिससे कम लाइट आंख में जाए और डार्क डिस्प्ले के साथ उल्टा होता है. ऐसे में आंख के फोकस पर असर पड़ता है।

क्या करना चाहिए?
अगर आप डार्क मोड के कारण खुद की आंखों को प्रभावित नहीं करना चाहते हैं तो आपको कुछ समय बाद डार्क मोड को लाइट मोड में बदलते रहना चाहिए। मोबाइल की चमक को यथासंभव कम रखना चाहिए। दिन में लाइट मोड और रात में डार्क मोड का इस्तेमाल करें ताकि आंखों में जलन न हो।



Source: Mobile Apps News