गूगल प्ले स्टोर पर धराशाही हुआ FAU-G, इस वजह से कम हुई रेटिंग

PUBG को टक्कर देने के लिए 26 जनवरी को मेड इन इंडिया गेम FAU-G लॉन्च किया गया था। बता देें कि इस गेम को भारतीय गेम डेवेलपर nCore गेमिंग ने लॉन्च किया। शुरुआत में तो FAU-G को गूगल प्ले स्टोर पर अच्छा रिस्पॉंस मिला। लेकिन कुछ समय बाद ही गूगल प्ले स्टोर पर इसकी रेटिंग कम होने लगी। बता दें कि FAU-G को फिलहाल गूगल प्ले स्टोर पर ही उपलब्ध कराया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, शुरुआत में FAU-G की रेटिंग गूगल प्ले स्टोर पर 4.7 थी, जो अब घटकर 3.2 रह गई है।

PUBG Mobile लवर्स दे रहे नेगेटिव रेटिंग
बताया जा रहा है कि FAU—G को PUBG Mobile प्लेयर्स के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल PUBG Mobile प्लेयर्स गूगल प्ले स्टोर पर FAU-G गेम को नेगेटिव रेटिंग दे रहे है। इसी वजह से FAU-G की रेटिंग में गिरावट आ रही है। रिपोर्ट के अनुसार, कई प्लेयर्स ने गूगल प्ले स्टोर पर शिकायत की है FAU-G गेम PUBG Mobile के जैसा नहीं है।

उम्मीदों पर नहीं उतरा खरा
बता दें कि FAU-G गेम को PUBG Mobile को टक्कर देने वाले गेम के रूप में प्रचारित किया गया। ऐसे में PUBG Mobile प्लेयर्स को इस गेम से काफी उम्मीदें थीं। बता दें कि भारत में फिलहाल PUBG Mobile बैन है। अब यूजर्स का कहना है कि FAU-G गेम PUBG Mobile जैसा बिल्कुल नहीं है। ये गेम उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। एक यूजर ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि FAU-G बारे में कहा जा रहा था कि ये PUBG Mobile की तरह होगा, लेकिन वो बिल्कुल उसकी तरह नहीं है। इसमें काफी खामियां हैं।

यह भी पढ़ें—यह है 2020 का सबसे लोकप्रिय मोबाइल गेम, पबजी को भी छोड़ा पीछे

faug_2.png

यूजर्स ने की ऐसी शिकायतें
वहीं एक अन्य यूजर ने शिकायत करते हुए लिखा कि FAU-G में गन नहीं है। सिर्फ हैंड टू हैंड फाइट किया जा सकता है। वहीं कई यूजर्स का कहना है कि यह गेम काफी लैगी है। इसमें कूदने और बैठने जैसे बेसिक्स कंट्रोल भी नहीं दिए गए है। यह काफी बोरिंग है।

यह भी पढ़ें—इन स्मार्टफोन्स में नहीं चला पाएंगे FAU-G गेम, इन ऐप्स अपग्रेड के लिए चुकाने होंगे इतने रुपए

अभी सिर्फ कैंपेन मोड
बता दें कि FAU-G गेम में अभी यूजर्स को सिर्फ कैंपेन मोड ही दिया गया है। इसकी वजह से भी कई यूजर्स काफी नाराज दिख रहे हैं। हालांकि लॉन्च के 24 घंटे के अंदर ही फौजी गेम को 50 लाख लोगों ने डाउनलोड कर लिया था। ऐसा पहले भी कई ऐप्स के साथ हो चुका है। बाद में उनकी रेटिंग में सुधार हुआ।



Source: Mobile Apps News