मार्क जकरबर्ग का ऐलान, Facebook का बदला नाम और अब Meta होगी नई पहचान

वाशिंगटन। दुनिया की दिग्गज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म संचालित करने वाली कंपनी फेसबुक का नाम बदला जा रहा है। फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मार्क जकरबर्ग ने गुरुवार को घोषणा की कि उन्होंने जिस कंपनी की स्थापना की, वह खुद को अब मेटा के रूप में रीब्रांड कर रही है । नाम में यह बदलाव एक नए लोगो के साथ किया गया है, जिसे अनंत-आकार (इनफिनिटी) के प्रतीक की तरह डिज़ाइन किया गया है। यह थोड़ा तिरछा और तकरीबन एक प्रेट्ज़ेल की तरह दिखता है।

द न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया कि हालांकि जकरबर्ग ने घोषणा की है कि फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य ऐप बने रहेंगे, लेकिन ये सभी मेटा कंपनी के अंतर्गत होंगे। जकरबर्ग ने भविष्य के फेसबुक के तकनीकी दांव को प्रदर्शित करने के लिए एक वर्चुअल प्रोग्राम में बोलते हुए कहा,”मैं इस नए अध्याय के साथ अपनी पहचान के बारे में बहुत सोच रहा था। समय के साथ, मुझे आशा है कि हमें एक मेटावर्स कंपनी के रूप में देखा जाएगा।”

जकरबर्ग मेटावर्स के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह ऑनलाइन, वर्चुअल और ऑगमेंटेड रियलटी को मिलाने वाला एक कंपोजिट यूनिवर्स है जिसे लोग बिना किसी परेशानी से पार कर सकते हैं। उन्होंने कहा है कि मेटावर्स अगला प्रमुख सोशल प्लेटफॉर्म हो सकता है और अगले 10 से अधिक वर्षों में कई तकनीकी कंपनियां इसका निर्माण करेंगी।

नाम में किया गया यह बदलाव तब सामने आया है, जब फेसबुक को गहन जांच का सामना करना पड़ रहा है। द हिल की रिपोर्ट के अनुसार, इस सप्ताह दर्जनों समाचार व्हिसलब्लोअर फ्रांसेस हॉगेन द्वारा प्रदान किए गए आंतरिक दस्तावेजों के आधार पर जारी किए गए हैं, जो एक ऐसी कंपनी की छवि को चित्रित करते हैं जो यूजर्स की सुरक्षा पर लाभ को प्राथमिकता देती है। द हिल के अनुसार सांसदों ने इस बात को संज्ञान में लिया है और इस महीने की शुरुआत में हॉगेन की गवाही को ध्यान में रखते हुए नियमों के साथ आगे बढ़ने का वचन दिया है।

इस नए मॉडल की जानकारी बहुत कम हैं, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप समेत कंपनी के ऐप्स का संग्रह, सभी मेटा कंपनी के अंतर्गत होंगे । द हिल ने बताया कि यह पुनर्गठन ठीक उसी तरह है जैसा Google ने 2015 में किया था जब उसने अल्फाबेट का गठन किया था।

इस दौरान जकरबर्ग ने कहा, “अभी हमारा ब्रांड एक प्रोडक्ट से इतनी मजबूती से जुड़ा हुआ है कि जो हम आज कर रहे हैं, यह संभवतः वह सब कुछ नहीं दिखा सकता है, लेकिन भविष्य में अकेले यह कर सके।” टेक दिग्गज ने कहा कि परिवर्तन एक नए ब्रांड के तहत उसके विभिन्न ऐप और तकनीकों को एक साथ लाएगा। कंपनी अपने कॉर्पोरेट ढांचे को नहीं बदलेगी। आने वाले वक्त में लोगों को कंपनी की अन्य सेवाओं को इस्तेमाल करने के लिए फेसबुक इस्तेमाल की जरूरत नहीं पड़ेगी।

तीन दशक पहले मेटावर्स, शब्द को सबसे पहले एक डायस्टोपियन उपन्यास में पेश किया गया था और अब यह सिलिकॉन वैली में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसे मोटे तौर पर एक शेयर्ड वर्चुअल वातावरण का विचार माना जा सकता है जिसे अलग-अलग डिवाइसेज का इस्तेमाल करने वाले लोगों द्वारा एक्सेस किया जा सकता है।



Source: Mobile Apps News